- 10 जनवरी 2023
मिलेट फसलों की पैदावारी की ओर कदम बढ़ाता गरियाबंद जिला
गरियाबंद 10 जनवरी 2023
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष घोषित किया गया है, जिसके तहत राज्य शासन द्वारा मिलेट फसल जैसे कोदो कुटकी, रागी के फसल के क्षेत्र को बढ़ाने जोर दिया जा रहा है। जिले में पहली बार रबी सीजन में रागी फसल वृहद क्षेत्रों में लगाया जा रहा है। जिसे किसान भाई ग्रीष्मकालीन धान के विकल्प के रूप में लगा रहे है। उप संचालक कृषि श्री संदीप भोई से मिली जानकारी अनुसार ग्रीष्मकालीन धान में ज्यादा पानी, खाद व कीटनाशक आदि की आवश्यकता होती है तथा धान की कीमत 1300 से 1400 प्रति क्विंटल रहता है, इसके विपरीत रागी फसल में कम पानी, खाद व कीटनाशक की आवश्यकता होती है, रागी फसल की खेती समय पर कृषि कार्य पूर्ण कर लिया जावे तो 20 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही फसल का समर्थन मूल्य 3578 रुपए प्रति क्विंटल पर विक्रय किया जा सकता है। रागी फसल में कीट- बीमारी भी नहीं के बराबर लगती है, जिससे फसल उत्पादन में कोई परेशानियां नहीं होती है। रागी फसल के रकबा को बढ़ाने शासन स्तर पर भी जोर दिया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप विभागीय योजनांतर्गत क्षेत्रवार प्रदर्शन लगाए जा रहे है तथा कृषि विभाग गरियाबंद के अधिकारियों द्वारा कृषकों का बैठक लेकर रागी फसल के खेती के बारे में विस्तृत जानकारी देकर किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। रागी फसल के उपार्जन हेतु वन धन समिति द्वारा समर्थन मूल्य 3578 प्रति क्विंटल पर खरीदी की व्यवस्था है। बीज उत्पादन कार्यक्रम के तहत बीज निगम गरियाबंद में पंजीयन करवाकर रागी फसल के सभी उत्पाद को बीज निगम द्वारा उपार्जन किया जावेगा जिससे कृषकों को अतिरिक्त लाभ प्राप्त हो सकता है। कृषकों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से कृषि विभाग कड़ी मेहनत कर रहीं है। राज्य स्तर पर भी रागी फसल को बढ़ाने हेतु कांकेर जिले में मिलेट प्लांट की स्थापना किया गया है।
मिलेट्स के फायदे - मिलेट्स में पोषक मूल्य उच्च होते है जिसमें कैल्शियम, आयरन, एमीनो एसिड, प्रोटीन, फास्फोरस एवं अन्य तत्व प्रचुर मात्रा में होने के कारण यह सभी के लिए गुणकारी होते है। कोदो- कुटकी, रागी के रेगुलर उपभोग से डायबिटीज पेशेंट, एनिमिक पेसेंट, कुपोषित, उच्च रक्तचाप आदि बीमारियों में फायदेमंद होता है। मिलेट्स के गुणों को बताने कृषि विभाग द्वारा व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। मैदानी अधिकारियों द्वारा उच्चतर माध्यमिक शाला तथा कॉलेज छात्रों को सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को मिलेट्स के खेती व मिलेट्स के उपभोग करने हेतु व्याख्यान दिया जा रहा है।
क्रमांक-944/सोरी