- 26 जुलाई 2023
ग्राम कोटवारों, पटवारियों एवं सचिवों को किया गया तैनात
प्रतिदिन स्थिति की दो बार ली जा रही रिपोर्ट
कोण्डागांव, 26 जुलाई 2023
कोण्डागांव जिले में लगातार हो रही वर्षा को देखते हुए कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर संभावित बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का चिन्हांकन कर उनमें सावधानी हेतु सूचना के साथ बैरिकेटिंग करने का कार्य किया गया है। इसके लिए सभी संभावित बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के जनपद पंचायत सीईओ द्वारा कोटवारों, पटवारियों एवं सचिवों को सावधान करते हुए किसी सामान्य मार्ग पर पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करते हुए बैरिकेटिंग कराने हेतु निर्देश दिये गये है। जिसके लिए वन विभाग द्वारा आवश्यक बांस एवं लकड़ियों की आपूर्ति सभी चिन्हांकित स्थानों पर की गयी है।
जिसके तहत विगत दिनों भाटगांव नाले, बिंझे पुलिया, बड़े खौली, बम्हनी सहित अन्य स्थानों के मुख्य मार्गों पर पानी पुल पर आ जाने से इन मार्गों में बैरिकेटिंग की गयी थी। इसके अतिरिक्त बनियागांव से सोनाबाल मार्ग, कुधूर से शिरडी मार्ग, कड़ेनार से बेचा मार्ग, तोतर से आदनार मार्ग, जोंधरापदर से बुनागांव मार्ग, चिलपुटी से गिरोला मार्ग, पल्ली से केरावाही मार्ग, बम्हनी पुल, घोड़ागांव स्कूल पारा से खासपारा मार्ग, टेमरूगांव छेरीबेड़ा नदी पर, कोण्डागांव माकड़ी मार्ग पर, दहीकोंगा बड़ेबंजोड़ा मार्ग, मूलनार रानापाल चौंड़ग मार्ग, चुरेगांव ईरागांव मार्ग, दमकटा बिंझे मार्ग, बिंझे कानागांव मार्ग, बड़े खौली तोड़ासी रपटा, धनोरा ध्रुवा पारा मार्ग, होनहेड़ कुपागोंदी मार्ग, सवालवाही कलेपाल मार्ग, हिचका कोठोड़ी मार्ग, कोपारा मुंडापारा मार्ग, पलना मारंगपुरी मार्ग, लिहागांव आमगांव मार्ग, बावनपुरी से मैनपुरी मार्ग, मारंगपुरी से बांसकोट मार्ग, मांडकाडिही मांडोकी खरगांव मार्ग, माकड़ी हाड़ीगांव मार्ग, बेलगांव तमरावंड मार्ग, माकड़ी भतवा मार्ग को चिन्हांकित कर उनमें बैरिकेटिंग हेतु व्यवस्था करते हुए उन पर निगरानी रखी जा रही है।
इसके अलावा जिला आपदा नियंत्रण विभाग द्वारा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। जहां दूरभाष नम्बर 07786-242768 पर बाढ़ आपदा या अतिवृष्टि की सूचना दी जा सकती है। इसका नोडल अधिकारी सयुंक्त कलेक्टर मनोज कुमार केसरिया (मो0नं0 9424228958) को नियुक्त किया गया है। वहीं नियंत्रण कक्ष का प्रभारी अधिकारी अधीक्षक भू-अभिलेख विजय प्रताप सिंह (मो0नं0 9575086040) को बनाया गया है। इस नियंत्रण कक्ष को 24 घण्टे संचालित करने के लिए कर्मचारियों की रोस्टर अनुसार डयूटी लगायी गयी है। प्रतिदिन नदी नालों में जल भराव, स्कूली बच्चों की सुरक्षा एवं प्रबंधन के लिए पटवारी, सभी अनुविभागीय अधिकारियों, जनपद पंचायतों के सीईओ से दिन में दो बार रिपोर्ट ली जा रही है।
कलेक्टर के निर्देशानुसार आपदा प्रबंधन हेतु वर्षामापी यन्त्रों की जांच कर चालू स्थिति में रखे जाने, मोटर बोट की उपलब्धता, लाइफ जैकेट-रस्सा, टार्च की व्यवस्था सहित प्रशिक्षित गोताखोर एवं तैराकों का चिन्हांकन कर रखा गया है। आकस्मिक सहायता हेतु क्विक रिस्पॉन्स दलों का गठन कर उनकी ड्यूटी लगायी गयी है साथ ही इन क्षेत्रों में अस्थायी राहत शिविरों के लिए स्कूल भवनों, सामुदायिक भवन या पंचायत भवनों का चिन्हांकन कर ऐसे स्थानों पर खाद्य सामग्री, पेयजल की व्यवस्था, बांस-बल्ली की उपलब्धता इत्यादि सुनिश्चित की जा रही है। जिले के पहुंचविहीन इलाकों के उचित मूल्य दुकानों में आगामी 04 महीने के लिए खाद्यान्न एवं अन्य जरूरी सामग्रियों का भंडारण किया गया है साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों तथा स्कूल-आश्रमों में स्वास्थ्य कार्यकर्ता और शिक्षकों, मितानिनों के पास आवश्यक जीवनरक्षक दवाइयों भी उपलब्ध करायी गयी है।
क्रमांक-663/गोपाल